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धूमधाम से मनाई गई अग्रसेन जयंती
धूमधाम से मनाई गई अग्रसेन जयंती
रूपया चौक पर माल्यार्पण के बाद हुआ प्रसाद वितरण कार्यक्रम
जीन्द : जीन्द जिले में महाराजा अग्रसेन जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जिला जीन्द द्वारा रूपया चौक पर माल्यार्पण एवं प्रसाद वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अग्रवाल समाज के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी डा. राजकुमार गोयल द्वारा किया गया। इस अवसर पर सावर गर्ग, रामधन जैन, पवन बंसल, सुभाष गर्ग, सोनू जैन, पवन सिंगला, गोपाल जिंदल, मनोज गुप्ता, प्रवीण गोयल, सुशील सिंगला, राजेश गोयल, जय भगवान सिंगला, रजत सिंगला, सत्यनारायण गोयल, पंकज गोयल, श्याम लाल मित्तल, पंकेश गोयल इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। आज के इस प्रसाद वितरण कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर अग्रवाल समाज के अध्यक्ष डा. राजकुमार गोयल ने अग्रसेन जयंती की बधाई देते हुए कहा कि महापुरुष किसी भी एक जाति विशेष के नहीं होते वे तो पूरे समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत होते हैं जिनकी जयंतियां मनाकर लोग उनके आदर्शों से प्रेरणा पाते हैं। ऐसे ही एक महापुरुष महाराजा अग्रसेन हुए हैं जिन्होंने एक रूपया एक ईंट का संदेश देकर पूरी दुनिया को समाजवाद का पाठ पढाया। गोयल ने कहा कि हमें ऐसे महापुरुषों की जयंतियां धूमधाम से मनानी चाहिए और इन जयंतियों पर यह प्रण लेना चाहिए कि हम सब एकजुट होकर समाज की मजबूती को लेकर काम करेंगे।
इस अवसर पर सावर गर्ग व रामधन जैन ने कहा कि महाराजा अग्रसेन को समाजवाद का अग्रदूत कहा जाता है। उन्होने अपनी शासन प्रणाली में एक नई व्यवस्था को जन्म दिया। वे एक ऐसे अहिंसा के पुजारी थे जिनके राज्य में रहने वाली जनता के दिलों में समानता का भाव कूट कूट कर भरा जाता था और दान देने की प्रवृति का समावेश किया जाता था जिसके चलते जनता में हमेशा समाज सेवा की प्रवृति प्रबल रहती थी। इन्होंने कहा कि हम सब को ऐसे महापुरुषों की जयंतियों पर यह संकल्प लेना चाहिए कि हम समाज के गरीब तबके की जितनी ज्यादा सहायता हो सकेगी उतनी सहायता करने का प्रयास करंेगे।
इस अवसर पर पवन बंसल, सुभाष गर्ग इत्यादि ने कहा कि महाराजा अग्रसेन ने हमेशा समाज उत्थान के लिए लोगों को नई दिशा दिखाई। हमे भी उनसे प्रेरणा लेते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए और समाज उत्थान में ज्यादा से ज्यादा योगदान देना चाहिए। इस अवसर पर पवन सिंगला व मनोज गुप्ता ने कहा कि महाराजा अग्रसेन का जन्म सूर्यवंश में हुआ। उन्होंने बचपन में ही वेदशास्त्र, अस्त्र शस्त्र, राजनीति और अर्थनीति इत्यादि का ज्ञान प्राप्त कर लिया था। उनके पिता का नाम राजा बल्लभ सेन था। महाभारत के युद्ध में महाराजा बल्लभ सेन पांडवों के पक्ष में लड़ते हुए युद्ध के 10वें दिन भीष्म पितामह के बाणों से बिंध कर वीरगति को प्राप्त हुए थे। इस अवसर पर सोनू जैन व जय भगवान सिंगला ने कहा कि व्यक्ति, समाज, राष्ट्र तथा जगत की उन्नति मूल रूप से जिन चार स्तंभों पर निर्भर होती हैं वे हैं आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक व सामाजिक स्तंभ। महाराजा अग्रसेन का जीवन दर्शन चारों स्तंभों को दृढ़ करके उन्नत विश्व के नवनिर्माण का आधार बनाता है।
दुल्हन की तरह सजाया गया है रुपया चौक
जीन्द : अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जीन्द द्वारा शहर के जाने माने रूपया चौक को अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में दुल्हन की तरह सजाया गया है। सजा हुआ चौक बडा सुन्दर लग रहा है। चौक पर जहां सुन्दर सुन्दर चुनरिया लगाई गई है वही बिजली की लडियों से भी चौक को चार चांद लग रहे हैं। साथ ही चौक पर फूलों की मालाएं भी लटकाई गई है। अग्रवाल समाज के सावर गर्ग व रामधन जैन का कहना है कि कई वर्ष पहले यह चौंक अखिल भारतीय अग्रवाल समाज के अध्यक्ष राजकुमार गोयल की सानिध्य में बनाया हुआ है। हर साल अग्रसेन जयंती व अन्य त्यौहारों पर इस चौंक को सजाया जाता रहा है।