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जीन्द विकास संगठन ने उठाया शहर की सुंदरता का मुद्दा
जीन्द विकास संगठन ने उठाया शहर की सुंदरता का मुद्दा,
प्रशासन से मांगे कई जवाब, साथ ही दिए कईं सुझाव
प्रशासन से मांगा जवाब, बताए कितने कर्मचारी किस वार्ड में कितने घंटे करते हैं सफाई
कर्मचारी सही काम कर रहे हैं या नहीं इसके लिए शुरू करे फीड बैक सिस्टम
कहीं से गंदगी उठवानी है तो उसके लिए जारी करें टोल फ्री नम्बर
साथ ही दिए सुझाव शहर की दस हजार दुकानों का कुडा उठवाने के लिए की जाए व्यवस्था
कुरूक्षेत्र की तर्ज पर शहर में हर रोड़ पर हो वाशरूम की व्यवस्थाएं
जो शौचालय खंडहर बन चुके हैं उनका करंे जीर्णोद्वार
जीन्द, 22 Nov 2020 : शहर के विकास की लड़ाई लड़ रहे जीन्द विकास संगठन ने अब शहर की सुंदरता का मुददा उठाया है। जीन्द विकास सगठन ने शहर की बिगड़ती सुंदरता पर प्रशासन से कई जवाब मांगे हैं। इसके साथ संगठन ने शहर की सुंदरता को बढ़ाने के लिए कई सुझाव भी प्रशासन को दिए हैं। गोयल का कहना है कि यदि इन सभी समस्याओं और सुझावों पर अमल किया जाता है तो निसंदेह जीन्द एक सुंदर शहर की ओर बढ़ेगा।
जीन्द विकास संगठन के प्रधान राजकुमार गोयल का कहना है कि जीन्द के 31 वार्डो में कितने कर्मचारी हर रोज सफाई करने आते हैं। किस टाईम आते हैं। कितने घंटे सफाई करते हैं। यह आंकड़ा जीन्द प्रशासन के पास तो हैं लेकिन आम आमदी के पास पास नहंीं आम आदमी को क्या पता कि उसके वार्ड में या फिर उसके मोहल्ले में प्रशासन ने कितने सफाईकर्मी नियुक्त किए हुए हैं। वे किस टाईम आएंेगे। कितनी देर सफाई करेंगे। अगर वे किसी दिन नहीं आते तो उनको बुलाने के लिए किस नम्बर पर कन्टैक्ट करना पड़ेगा। यदि वे आते हैं और सफाई अच्छे से नहीं करते तो इसके लिए किस कन्टैक्ट नम्बर पर शिकायत दर्ज करानी होगी। इस प्रकार के अनेकों ऐसे प्रश्न है जिनका आम जनता के पास जवाब नहंी है। जीन्द विकास संगठन जीन्द प्रशासन से यह मांग करता है कि इस बारे एक सर्कुलर जारी करे।
संगठन के प्रधान राजकुमार गोयल ने जीन्द प्रशासन से पूछा है कि यदि किसी मोहल्ले या वार्ड में गंदगी पडी है और उस गंदगी को उठवाना है तो किस नम्बर पर शिकायत करें। इस बारे भी आज तक कोई टोल फ्री जारी नहीं किया गया है। प्रशासन को ऐसे टोल फ्री नम्बर जारी करने चाहिए जिनसे आम जनता फायदा उठा सके। इसके साथ साथ कर्मचारी सही काम कर रहे हैं या नहीं इसके लिए फीड बैक सिस्टम शुरू किया जाना चाहिए जिसमें शहर के लोग कर्मचारियों के काम के बारे में अपनी अपनी फीडबैक दे सके। इसके लिए भी कोई टोल फ्री सिस्टम या मैसेज सिसटम लागू किया जाना चाहिए। शहर के लोगों द्वारा जिन कर्मचारियों के अच्छा काम करने के मैसेज ज्यादा दिए जाते हैं उन्हें सम्मानित किया जाना चाहिए। जिन कर्मचारियों के लापरवाही करने के मैसेज ज्यादा दिए जाते हैं उनके खिलाफ कारवाई भी की जानी चाहिए।
गोयल ने एक सुझाव और जीन्द प्रशासन के समक्ष रखा है वह यह है कि शहर के मुख्य मार्गो पर नगर परिषद ने जो गंदगी इक्टठा करने के कुडा कलेक्शन सेंटर बनाए हुए हैं उन पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जानी चाहिए क्यांेकि इन कलेक्शन सेंटरों पर 24 घंटे गदंगी फैली रहती है और गदंगी का आलम रहता है। ये क्लेक्शन सैंटर ही शहर की संुदरता को ग्रहण लगा रहे हैं। इन्हें तुरंत प्रभाव से हटा देना चाहिए। शहर के प्रमुख मार्गो पर गंदगी के क्लेक्शन सेंटर होने ही नहीं चाहिए।
जीन्द विकास संगठन के प्रधान राजकुमार गोयल ने शहर की दस हजार दुकानों का कुडा उठवाने के लिए भी प्रशासन को गंभीर होने की बात कही हैं। गोयल का कहना है कि शहर में सुबह सुबह ही गदंगी उठवाने का काम होता है। दुकानें आमतौर पर 9 बजे खुलती है और उसके बाद ही दुकानों की सफाई का काम शुरू होता है। जब तक दुकानदार दुकान की सफाई करने के बाद इक्टठा हुआ कुडा कर्कट दुकान के बाहर निकालते हैं तब तक सफाई कर्मी जा चुके होते हैं। इसलिए जीन्द प्रशासन को इसके लिए विशेष व्यवस्था करनी चाहिए और दोपहर बाद इन दुकानों की गदंगी उठवाने की व्यवस्था करनी चाहिए।
गोयल ने शहर की सुंदरता को बनाए रखने के लिए एक सुझाव और जीन्द प्रशासन के समक्ष रखा है वह यह है कि कुरूक्षेत्र जैसे शहर की तर्ज पर जीन्द में हर रोड़ में वाशरूम कम शौचालय बनाए जाने चाहिए ताकि राहगीरों और शहरवासियों को शौचालय जाने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न आ सके। शहर में फिलहाल इस प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है जिस वजह से लोगों को शौचालय जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कुरूक्षेत्र जैसे शहर में बड़े अच्छे अच्छे वाशरूम कम शौचालय बने हुए हैं उसी तर्ज पर यहां भी सुंदर सुंदर वाशरूम कम शौचालय बनाए जाने चाहिए। जो शौचालय खंडहर हो चुके हैं उनका जीर्णोद्वार किया जाए। पुरानी अनाज मंडी व शहर के कईं स्थानों पर बने शौचालय खंडहर बन चुके हैं। इनका जीर्णोद्वार कर इन्हें वाशरूम कम शौचालय में तबदील किया जाना चाहिए।
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राजकुमार गोयल का कहना है कि यदि इन सभी सुझावों पर अमल किया जाता है तो निसंदेह जीन्द एक सुंदर शहर की ओर बढ़ेगा। गोयल का कहना है कि ये सब सुझाव कल स्वचछता को लेकर डीआरडीए में आयोजित हुई बैठक में जीन्द विकास संगठन द्वारा जोर शोर से रखे गए। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी सुहिता दुग्गर ने की। इसके अलावा बैठक में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी एस के चौहान, मुख्य स्वच्छता निरीक्षक अशोक सैनी इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। गोयल का कहना है कि ये सब मांगे प्रशासन के समक्ष रखी गई है। यदि जल्द ही इन मांगों पर अमल नहीं हुआ तो जीन्द विकास संगठन का एक शिष्टमंडल जीन्द के डीसी से मिलेगा और उन्हें इन समस्याओं और सुझाव बारे अवगत करवाएगा।