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व्यापार मंडल की हुई बैठक में गूंजी आवाज
व्यापार मंडल की हुई बैठक में गूंजी आवाज
आखिर व्यापारियों की कब सुध लेगी सरकार
चालान के नाम पर खूब किया जा रहा है परेशान
लेकिन सहायता के नाम पर कुछ भी नहीं
जीन्द: हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल जीन्द नगर की एक बैठक सदाव्रत अन्नक्षेत्र में सम्पन्न हुई। बैठक में विभिन्न ट्रेडों के प्रधानों ने भाग लिया। बैठक में बड़ा रोष जताया गया कि कोरोना महामारी के बाद से लगातार आज तक सरकार ने व्यापारियों की कोई सूध नहीं ली है। बिजली के बिलों, विभिन्न तरह के टैक्सों और यहां तक कि किसी भी प्रकार के ब्याज में एक भी पैसे की छूट सरकार ने नहीं दी है उपर से चालान काट काट कर व्यापारियों को खूब परेशान किया जा रहा है। प्रस्ताव पारित कर सरकार से मांग की गई कि व्यापारी पहले ही कोरोना की मार से ग्रस्त है ऐसे में किसी भी प्रकार के चालान काटने की बजाय व्यापारियों की सूध ली जाए। उन्हें विभिन्न प्रकार की
सुविधाएं दी जाएं। आज की बैठक की अध्यक्षता प्रधान ईश्वर बंसल ने की। इसके अलावा बैठक में व्यापार मंडल के प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार गोयल, जिला प्रधान महावीर कम्प्यूटर, साड़ी एसोसिएशन के प्रधान सावर गर्ग, सदाव्रत अन्न्न क्षेत्र के प्रधान महेश सिंगला, घी चीनी एसोसिएशन से राधेश्याम बिंदल, हांसी रोड स्पेयर पार्टस के प्रधान राजकुमार जिंदल, रेडीमेड एसोसिएशन के प्रधान जयकुमार गोयल, बाबा बाजार एसोसिएशन से सियामराम गोयल, करियाणा एसोसिएशन के प्रधान रामकुमार जैन, जूता एसोसिएशन के प्रधान राजेश ंिसगला, इलेक्ट्रोनिक एसोसिएशन के प्रधान आनंद जैन, करियाणा व्यापार एसोसिएशन के प्रधान मनीष गर्ग, होलसेल डीलर एसोसिएशन के संरक्षक कृष्ण परूथी, कपडा मार्किट के प्रधान वेद प्रकाश गर्ग, सब्जी मंडी करियाणा एसोसिएशन के प्रधान भोला राम गुप्ता, व्यापार मंडल के पूर्व प्रधान पुरूषोतम दास बूरे वाला, बर्तन एसोसिएशन से जितेन्द्र जैन, चाय पती एसोसिएशन से सुरेश गर्ग, नीरज जैन, रमेश इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
बैठक में उपस्थित प्रधानों राजकुमार गोयल व महावीर कम्प्यूटर ने कहा कि जब से लोकडाउन लगा तब से व्यापारी प्रशासन का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहे थे। चाहे प्रवासियों के लिए खाने के प्रबंध की बात हो या फिर मास्क बांटने की बात या फिर शहर के बाजार बंद रखने की। व्यापारियों ने पूरा सहयोग प्रशासन का दिया। दो महीने अपनी अपनी दुकानें बंद रखी। गोदाम बंद रखे। फैक्ट्ररियां बंद रखी। अपने अपने प्रतिष्ठान बंद होने के बाद भी व्यापारियों ने दिल खोलकर प्रशासन को अपनी सेवाएं दी। प्रशासन ने कहा दुकाने बंद रखनी है तो व्यापारियों ने अपनी अपनी दुकाने बंद रखी। प्रशासन ने कहा दुकानें अल्टरनेट खुलेगी तो दुकाने अल्टरनेट खोली गई। प्रशासन ने कहा दुकाने पांच बजे तक खोलनी होगी तो व्यापारियों द्वारा 5 बजे ही अपनी अपनी दुकानों के शटर गिरा दिए गए। हर प्रकार का सहयोग व्यापारी प्रशासन को देता रहा लेकिन बड़े खेद की बात जब सहयोग देने की बात सरकार और प्रशासन की आई तो किसी भी प्रकार का कोई सहयेाग व्यापारियों को नहीं दिया गया। उपर से कभी मास्क के नाम पर तो कभी दुकानों की टाईमिंग के नाम पर धड़ल्ले से चालान काटने शुरू कर दिए गए जो अब भी जारी है।
व्यापारी नेताओं ईश्वर बंसल, सावर गर्ग ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि जिन व्यापारियों के दो महीनो से काम धंधे ठप्प रहे। एक भी पैसे की कमाई नहीं की। उपर से किसी भी प्रकार का सहयोग करने की बजाय प्रशासन चालान के नाम पर व्यापारियों को परेशान करता रहा और अब भी कर रहा है। व्यापारी नेताओं ने कहा कि प्रशासन और सरकार अपने अंदर झांक कर देखे। क्या ऐसी महामारी में जब किसी भी प्रकार का कोई काम धंधा व्यापारियों के पास नहंी है ऐसे चालान काटना क्या सही है। प्रशासन और सरकार को लगता होगा कि अब व्यापारियों ने दुकानें खोल ली है लेकिन हम प्रशासन को बताना चाहते है कि लगातार दो महीने बंद रहने के बाद दुकाने जरूर खुल गई है लेकिन काम एक पैसे का भी नहीं है।
आज की इस बैठक में प्रस्ताव पारित कर प्रदेश सरकार से यह मांग की गई कि यदि प्रदेश सरकार को व्यापारियों की जरूरत है और सरकार को व्यापारियों पर किसी भी प्रकार की कोई दया आती है तो तुरंत प्रभाव से सभी प्रकार के चालान बंद किए जाने चाहिए जब तक काम धंधे सुचारू रूप से न चल पाए।
व्यापारी नेताओं ने यह भी कहा कि व्यापारी मास्क लगाने के पक्ष में है लेकिन मास्क न लगाने की एवज में 500 रूपये का चालान भरने के कतई भी पक्ष में नहीं है। जो भी व्यक्ति मास्क न लगाया पाएं उसे इस महामारी में समझाया जाना चाहिए न कि 500 रूपये का चालान थमा देना चाहिए। व्यापारी नेताओं ने साथ ही यह प्रस्ताव भी पारित किया कि व्यापारियों की हर संभव आर्थिक सहायता भी की जाए क्यांेकि आज का व्याापारी आर्थिक रूप से पूरी तरह से खत्म हो चुका है इसलिए व्यापारियों के उत्थान के लिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग दिया जाना चाहिए।
बाक्स
सरकार के सामने रखी कई मांगे
व्यपाार मंडल के प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार गोयल ने बताया कि आज की बैठक में प्रस्ताव पारित कर सरकार से मांग की कि इस साल का प्रोपटी टैक्स पूरी तरह से खत्म किया जाना चाहिएं। तीन महीने के बिजली के बिल पूरे माफ किए जाने चाहिए। बैंकों से जो लिमिट व्यापारियों ने ले रखी है उसका पूरा ब्याज माफ किया जाना चाहिए। सरकार पीएम फंड के नाम पर जो लोन दे रही है उस पर स्टाम्प डयूटी पूरी तरह से खत्म की जानी चाहिए। इसके इलावा सभी व्यापारियों को उनकी ब्रिकी के आधार पर आर्थिक पैकेज दिया जाना चाहिए।