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परिवार पहचान पत्र में मिडिल नाम का ऑप्शन ही नहीं
जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने सरकार की बडी गलती का किया खुलासा
कहा परिवार पहचान पत्र में मिडिल नाम का ऑप्शन ही नहीं
सीएससी सेंटर वाले मिडिल नाम को लास्ट नाम के कॉलम के साथ लिखने पर मजबूर
सरकार को चाहिए की इस गलती को जल्द से जल्द ठीक किया जाए
जीन्द : जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष डा. राजकुमार गोयल ने सरकार की बड़ी गलती का खुलासा किया है। वह यह है कि परिवार पहचान पत्र में मिडिल नाम का कोई ऑप्शन ही नहीं रखा गया है। जिन लोगों का मिडिल नाम है सीएससी सेंटर वाले उनके मिडिल नाम को लास्ट नाम के साथ लिखने पर मजबूर हैं। गोयल का कहना है कि अब जब सब काम परिवार पहचान पत्र से होने शुरू हो गए है ऐसे में सरकार लोगों के मिडिल और लास्ट नाम में कैसे फर्क समझेगी। गोयल का कहना है कि मिडल और लास्ट नाम इकट्ठा लिखने से लोगों को पासपोर्ट, वीजा जैसी सुविधाएं बनवाने में बडी दिक्कतों का सामना करना पड सकता है। सरकार को चाहिए कि इस गलती को जल्द से जल्द ठीक करे।
राजकुमार गोयल का कहना है कि जब परिवार पहचान पत्र बनने शुरू हुए थे तब से यह गलती सामने आ रही है। तब सीएससी सेंटर वाले मिडिल नाम वालों को आप्शन न होने की वजह से वापिस भेज देते थे। गोयल का कहना है कि इस बारे में उन्होंने खुद आवाज उठाई। सरकार व प्रशासन से इस गलती को ठीक करने की मांग की गई। परिवार पहचान पत्र के टोल फ्री नंबरों पर यह शिकायत की गई लेकिन सरकार ने परिवार पहचान पत्र में मिडिल नाम का ऑप्शन नहीं डाला। मजबूर होकर सीएससी सेन्टर वालो ने मिडल नाम को सर नाम के साथ लिखना शुरू कर दिया और आज तक इसी प्रकार मिडल नाम के साथ ही सर नाम लिखा जा रहा है।
गोयल का कहना है कि सरकार ने परिवार पहचान पत्र को परिवार की प्रमुख आईडी मानकर सब सुविधाएं इसी पहचान पत्र के माध्यम से देनी शुरू कर दी हैं। सुविधा चाहे बुढ़ापा पंेशन की हो या फिर कोई अन्य। हर प्रकार की सुविधा अब परिवार पहचान पत्र के माध्यम से बनने लगी हैं। गोयल का कहना है कि सरकार ने परिवार पहचान पत्र में बिना मिडल नाम के ही पूरे प्रदेश का रिकार्ड एकत्रित किया है। गोयल का कहना है कि मिडल नाम और लास्ट नाम इकटठा लिखने से आने वाले दिनों में लोगों को बडी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। पासपोर्ट और वीजा जैसी सुविधा में तो और भी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। गोयल ने सरकार से मांग कि है कि इस बडी गलती को जल्द से जल्द ठीक किया जाए।
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जीन्द : राजकुमार गोयल का कहना है कि जिनका मिडिल नाम नहीं है उन्हे कोई दिक्कत नहीं आनी लेकिन जिनके नाम के साथ मिडिल नाम है उन्हें ही यह प्रमुख दिक्कत है उदाहरण के तौर पर समझाते हुए राज कुमार गोयल ने बताया कि जैसे उनके खुद के नाम में कुमार मिडिल नाम है और गोयल लास्ट नाम। परिवार पहचान पत्र में मिडिल नाम न होने की वजह से कुमार और गोयल को इकटठा लिख दिया गया है। यूएसए जैसे दूसरे देशों में जाने के लिए जब वीजा बनता है तो लास्ट नाम को दूसरे देशों में फस्ट नाम की जगह रखा जाता है। ऐसी स्थिति में गोयल लास्ट नाम होने की वजह से पहले नंबर पर आना चाहिए था लेकिन परिवार पहचान पत्र के हिसाब से कुमार गोयल आगे आ जाएगा जो कि गलत होगा। यदि सरकार ने परिवार पहचान पत्र में मिडिल नाम का ऑप्शन नहीं डाला तो आने वाले समय में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड सकता है।