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व्यापार मंडल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से की मांग
व्यापार मंडल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से की मांग
मोदी जी के 20 लाख करोड़ रुपए के पैकज में नहीं है छोटे व्यापारियों के लिए एक पैसे की भी मुआवजे संबंधित स्कीम
इसलिए तुरंत राहत देने के लिए व्यापारियों को मुआवजा देने की की जाये घोषणा
जींद : हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय प्रवक्ता एवं प्रमुख समाज सेवी डॉ राजकुमार गोयल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मांग की है मोदी जी के 20 लाख करोड़ रुपए के पैकज में छोटे व्यापारियों के लिए एक भी ऐसी स्कीम नहीं है जिससे छोटे व्यापारियों को मुआवजे के तोर पर तुरंत राहत मिले सके इसलिए व्यापारियों को तुरंत राहत देने के लिए मुआवजे सम्बंधित जरूरी मांगों को जल्द पूरा किया जाये।
गोयल ने एक प्रमुख मांग यह रखी है की प्रदेश के सभी छोटे व्यापारियों को आर्थिक पैकेज दिया जाना चाहिए। जो पैकज दिया जाये वह गत एक वर्ष की टोटल सेल का कम से कम 25 फीसदी होना चाहिए। यह पैकेज मुआवजे के तौर पर होना चाहिए न की लोन के तौर पर जैसा की मोदी जी के पैकेज में जिक्र है क्योंकि इस समय व्यापारी को तुरंत आर्थिक पैकेज की सहायता की जरूरत है न की किसी प्रकार के लोन की। गोयल ने छोटे व्यापारियों के हित में यह मांग भी रखी है की कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लोक डाउन की वजह से प्रदेश की जितनी भी फैक्ट्रियां और दुकानें बंद रही या इस समय बंद हैं उन सभी का लोक डाउन के दौरान का बिजली का बिल पूरा माफ़ किया जाना चाहिए। जब सरकार ने काम धंधे ही बंद करवा रखे हैं तो ऐसे में व्यापारी बिजली का बिल कैसे भरेंगे।
गोयल ने एक मांग यह रखी है की व्यापारियों ने जो भी लोन बैंकों से लिया हुआ है। लोक डाउन के दौरान का उस लोन का पूरा ब्याज पूरा माफ़ किया जाना चाहिए। इसके इलावा व्यापारियों ने जो सीसी लिमिट बैंकों से बनवा रखी है उसका भी पूरा ब्याज लोक डाउन के दौरान की अवधि का माफ़ किया जाना चाहिए। एक अन्य मांग यह है की लोक डाउन के दौरान जितने भी मुकदमे व्यापारियों के खिलाफ सोशल डिस्टेंसिंग या दुकान समय से ज्यादा खोलने के बनाये गए हैं उन सब को भी ख़ारिज किया जाये। गोयल का कहना है की प्रदेश का छोटा व्यापारी व्यापार बंद होने की वजह से आर्थिक तौर पर मरने के कगार पर है ऐसे में व्यापारी को तुरंत किसी राहत पैकेज की अति आवस्यकता है
इसलिए मुख्यमंत्री से मांग है की इन मांगों को जल्द पूरा किया जाये ताकि व्यापारियों को कुछ राहत मिल सके।