Blog Manager
Universal Article/Blog/News module
प्रमुख समाजसेवी राजकुमार गोयल ने बछड़ी की बचाई जान
न्यूज एण्ड फोटो :
रात के 2 बजे सेक्टर 8 और 9 में मांसाहारी कुते एक जिंदा बछड़ी को बेरहमी से नोंचकर खा रहे थे
मौके पर पहुंचे प्रमुख समाजसेवी राजकुमार गोयल ने बछड़ी की बचाई जान
रात को मौके पर 112 नंबर पर किया फोन
पुलिस की सहायता से खून से लथपथ बछड़ी को भिजवाया गोशाला
बछड़ी का करवाया ईलाज शुरू
जीन्द : शहर के सेक्टर 8 और 9 के डिवाइडर के पास दर्जनों आवारा मांसाहारी कुतों का कहर लगातार जारी है। गत रात को भी इन आवारा कुतों ने एक बछड़ी को अपना शिकार बनाया। आवारा कुतों के झुंड ने पहले गाय व उसके छोटे से बछड़े को चारों तरफ से घेर लिया और फिर बछड़े को अपना शिकार बनाने लगे। उसे नीचे गिरा दिया और उसके दोनों कान बूरी तरह से फाड़ डाले। खून से लथपथ बछडा दर्द से बुरी तरह से कराहा रहा था। जब बछड़े की मां ने उसे बचाने की कोशिश की तो इन मांसाहारी कुतों के झुंड ने उस पर भी हमला बोल दिया।
घटना रात के करीबन 2 बजे की है। रात को वहां से गुजर रहे जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी राजकुमार गोयल की नजर इस झुंड पर पड़ी। राजकुमार गोयल र्कइं दिन से इस झुंड पर नजर बनाए हुए थे। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर इन आवारा कुतों को वहां से खदेड़ा। तब तक ये आवारा कुते इस छोटे से बछड़े के दोनों कानों को बूरी तरह से खा चूके थे। गाय भी खून से लथपथ थी। मौके पर काफी खून पडा हुआ था। ये कुते जिनका व्यवहार जंगली कुत्तों की तरह था एक बार तो मौके से जरूर भाग गए थे लेकिन इस ताक में थे कि कब दोबारा गाए व उसके बछड़े पर हमला बोलकर उन्हें नोंच डाला जाए। राजकुमार गोयल ने मौके से ही 112 नंबर पर काल किया।
कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहंुची। पुलिस को बुरी तरह से घायल बछडे व उसकी मां को दिखाया गया। पुलिस को बताया गया कि आवारा कुते अब भी लगातार हमला बोलने की फिराक में हैं। साथ ही पुलिस को यह भी बताया गया कि खून लगातार बह रहा है इसलिए इनका इलाज भी करवाया जाए। मौके पर ही कई गो रक्षा दलों को फोन करने की कोशिश की गई लेकिन रात को काफी लेट होने की वजह से किसी से कोई सम्पर्क नही हो पाया। इस दौरान तक रात के 3 बज चुके थे। इस दौरान किसी गऊशाला में जाकर कर्मचारियों को बुलाने का फैसला लिया गया ताकि वे बछड़े व गाएं को गोशाला ले जा सके ।
पीसीआर कर्मचारियों को बुलाने के लिए वही पास की सोमनाथ गोशाला के लिए रवाना हुईं वहीं राजकुमार गोयल व उसके साथियों सुनील, पंकेश, गौरव इत्यादि ने मौके पर पहरा दिया। कुछ ही देर में सोमनाथ गोशाला से कर्मचारी साधन लेकर पहुंच गए। बछड़े व गाएं को गौशाला शिफ्ट किया गया। गउशाला में बछड़े व गाएं का ईलाज शुरू कर दिया गया। रात के अंधेरे में राजकुमार गोयल व उसके साथियों द्वारा किए गए प्रयासों से बछड़े व गाएं की जान बच गई।
-----------------------------
जुल्म की इंतहा
जिंदा गायों को नोंच नोंच कर खा रहे हैं मांसाहारी कुते
लेकिन कितने शर्म की बात प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है
जीन्द विकास संगठन ने जीन्द के डीसी से इस मामले में खुद हस्तक्षेप करने की कि मांग
किया सवाल क्या प्रशासन इन कुत्तों का कुछ इलाज कर पाएगा
या फिर निर्दोष बछड़़े व गाएं यूूं ही इन मांसाहारी कुतों का शिकार होते रहेंगे
जीन्द: जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल का कहना है कि मांसाहारी कुते जिंदा बछड़ों व गायों को नोंच नोंच कर खा रहे हैं। न जाने ऐसी कितनी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। बड़े शर्म की बात है कि इतनी घटनाएं घटने के बाद भी प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। गोयल का कहना है कि क्या प्रशासन इन कुतों का कुछ ईलाज कर पाएगा या फिर निर्दोष बछड़़े व गाएं यूूं ही इन मांसाहारी कुतों का शिकार होते रहेंगे। राजकुमार गोयल ने इस मामले में जीन्द के डीसी से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है। गोयल ने मांग की है कि जल्द से जल्द इन कुतों को पकड़ा जाए।
-----------------------------
नगर परिषद ने इस मामले में कार्रवाई को लेकर किए थे खूब दावे
लेकिन एक भी दावा नहीं किया पूरा
जीन्द: राजकुमार गोयल का कहना है कि पिछले कईं महीनों से जीन्द विकास संगठन इन खुंखार कुतों के आंतक का मामला उठाता आ रहा है। इस मुद्दे को उठाने के बाद नगर परिषद प्रशासन ने इन आवारा कुतों को पकड़ने की बड़ी बड़ी ढींगे भरी थी लेकिन ये सब ढींगें सिर्फ ब्यानबाजी तक सीमित होकर रह गई। नगर परिषद प्रशासन ने कहा था कि इस मामले को लेकर नगर परिषद द्वारा टीमे गठित की गई हैं जो मौके पर जाकर सुबह से शाम तक निरीक्षण करेगी लेकिन आज तक ऐसी कोई टीम सामने नजर नहीं आई। नगर परिषद प्रशासन ने कहा था कि यदि मौके पर कुत्तों का झुंड गुजरता मिला तो टीम कुतों को खदेड़ने का काम करेगी लेकिन आज तक ऐसा भी नजर नहीं आया। नगर परिषद ने यह भी कहा था कि पशुपालन विभाग से कुतो की नसबंदी बारे बात की जा रही है लेकिन आज तक इस बारे भी कोई कदम नहीं उठाया गया। नगर परिषद प्रशासन ने यह भी कहा था कि कई विभागों से विचार विमर्श किया जा रहा है कि ऐसे आतंकी कुत्तों से कैसे निपटा जाए लेकिन आज तक कुतों से तो निपटा नहीं गया लेकिन कुते जरूर आज तक निर्दोष बछ़़ड़ों व व गायों को अपना शिकार बना रहे हैं।