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08 Dec.
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08 Dec. 2020

शहीद नायब सुबेदार किताब सिंह की याद में आयोजित हुआ रक्तदान शिविर

शहीद नायब सुबेदार किताब सिंह की याद में आयोजित हुआ रक्तदान शिविर
विधायक कृष्ण मिढढा रहे मुख्य अतिथि, राजकुमार गोयल ने की अध्यक्षता, सुमन बेदी रही विशिष्ट अतिथि

जीन्द, 05 Dec 2020 : शहर के गांव लखमीरवाला (पाथरी) में शहीद नायब सुबेदार किताब सिंह की याद में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मुख्य अतिथि के तौर पर जीन्द के विधायक कृष्ण मिढढा उपस्थित रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी डा. राजकुमार गोयल ने की। कार्यक्रम का आयोजन महात्मा गांधी शिक्षा एवं समाज विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार भोला व शहीद किताब सिंह के सुपुत्र सौरभ बैरागी द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में महिला आयोग की सदस्या सुमन बेदी विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रही। इस रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं द्वारा करीबन 80 यूनिट रक्त दान किया गया। इस समारोह में शहीद नायब सूबेदार किताब सिंह की धर्मपत्नी कमलादेवी, सुरेन्द्र बैरागी, रमेश बैरागी चैयरमेन, मनोज लाकरा, सितेन्द्र स्वामी, महावीर पाथरी, नरेश कलीरमन, सूरजभान सरपंच, अनिल ठेकेदार, नवीनदीप, विकास जोली इत्यादि भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में विधायक कृष्ण मिढढा व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजकुमार गोयल ने कहा कि शहीद नायक सूबेदार किताब सिंह के जन्मदिवस पर आज यह रक्तदान शिविर आयोजित किया गया है। रक्तदान महादान है। यह किसी की भी जिन्दगी बचा सकता है। इन्होंने कहा कि शहीद सूबेदार किताब सिंह 1996 में सूरतगढ़ में बम्बों को डिफयूज करने की ट्रैनिंग के दौरान अन्य सैनिकों को बचाते हुए खुद शहीद हो गए थे। उन्होंने न जाने कितने सैनिकों का जान बचाई थी और खुद अपनी शहादत दी थी। आज उनके जन्मदिवस पर जितने भी रक्तदाताओं ने रक्त दिया है उन रक्तदाताओं ने रक्तदान कर शहीद सूबेदार किताब को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
इस मौके पर महिला आयोग की सदस्या सुमन बेदी ने कहा कि उन्हें बड़ी खुशी हुई कि आज के इस रक्तदान शिविर में जहां पुरूषों ने बढ़-चढ़कर रक्तदान किया वहीं महिलाओं की भी संख्या कम नहीं थी। आमतौर पर रक्तदान शिविरों में पुरूष ही रक्तदान करते दिखाई देते है लेकिन आज के इस रक्तदान शिविर में महिलाओं की संख्या काफी दिखाई दी। महिलाओं का रक्तदान करना यह दर्शा रहा है कि अब समाज में महिलाएं भी किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से कम नहीं है। आज रक्तदाताओं ने रक्तदान कर शहीद सूबेदार किताब सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
बाक्स :
किसी संस्थान या मार्ग का नाम शहीद सूबेदार की याद में रखने की की गई मांग
जीन्द : आज के इस रक्तदान शिविर को सम्बोधित करते हुए महात्मा गांधी शिक्षा एवं समाज विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार भोला ने हरियाणा सरकार से मांग की कि गांव लखमीरवाला के किसी स्कूल या मार्ग का नाम शहीद सूबेदार किताब सिंह की याद में रखा जाए। भोला ने कहा कि किताब सिंह ने 1996 में सूरतगढ़ में बम्बों को डिफयूज करने की ट्रैनिंग के दौरान दर्जनों सैनिकों को बचाते हुए खुद अपनी जान दी। उनकी शहादत पर पूरे गांव को गर्व रहा लेकिन विडम्बना की बात आज शहादत को 24 साल हो गए है लेकिन आज तक उनकी याद में न तो गांव में कोई स्टेच्यू लगाया गया न ही किसी संस्थान या मार्ग का नाम उनकी याद में रखा गया। आज के रक्तदान शिविर मे मांग की गई कि जो सड़क शहर से गांव लखमीरवाला की तरफ आती है उस सड़क का नाम शहीद सूबेदार किताब सिंह की याद में रखा जाए। गांव के किसी संस्थान, सरकारी स्कूल इत्यादि का नाम उनके नाम पर रखा जाए और गांव में उनकी याद में एक प्रतिमा लगाई जाए ताकि आने वाली पीढि़यां उनकी शहादत से प्ररेणा ले सकें।

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