Blog Manager

Universal Article/Blog/News module

26 Jul.
In: India
Views: 0
26 Jul. 2020

व्यापार मंडल ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से की मांग श्मशान घाट के सामने रास्ता बनवाया जाए

व्यापार मंडल ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से की मांग श्मशान घाट के सामने रास्ता बनवाया जाए
ताकि शव यात्राओं और मोक्ष वाहिनों को जाने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो

जीन्द, 05 July 2020 : हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मांग की है कि पुराने हांसी रोड पर श्मशान घाट के सामने बन रहे रेलवे ओवरब्रिज के नीचे से रास्ता बनवाया जाए ताकि शव यात्राओं और मोक्ष वाहिनियों को श्मशान घाट में जाने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न आए। यह मांग हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश सचिव राजकुमार गोयल ने की है। गोयल यहां हांसी रोड़ पर स्पेयर पार्टस एसोसिएशन की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर व्यापार मंडल के जिला प्रधान महावीर कम्पयूटर, नगर प्रधान ईश्वर बंसल, स्पेयर पार्टस एसोसिएशन के प्रधान राजकुमार जिन्दल, महासचिव सावर गर्ग इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर हांसी रोड़ स्पेयर पार्टस एसोसिएशन के प्रधान राजकुमार जिन्दल ने कहा कि वे पिछले लंबे समय से श्मशान घाट के सामने रास्ते बनवाने की मांग को लेकर संघर्षरत है लेकिन अभी तक प्रशासन ने इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की है। जिला प्रधान महावीर कम्प्यूटर ने कहा कि सरकार की कितनी बड़ी लापवरवाही है कि हांसी रोड़ पर जो रेलवे ओवरब्रिज बन रहा है उसमें श्मशान घाट में जाने के लिए कोई भी रास्ता नहीं रखा गया है जिसके चलते शहर के लोगों में भारी रोष है। यह श्मशान घाट शहर के बड़े श्मशान घाटों में से एक है और शहर की काफी आबादी इस श्मशान घाट से जुड़ी है।
इस अवसर पर प्रधान ईश्वर बंसल और महासचिव सावर गर्ग ने कहा कि रास्ता न होने की वजह से अब बड़ा सवाल यह बनकर रह गया है कि आखिर श्मशान घाट में अब डेड बॉडियां कैसी जांएगी। इसके इलावा मोक्ष वाहिनियां भी श्मशान घाट में कैसे जांएगी। इन्हांेने कहा कि बड़ी विडम्बना है कि जिस श्मशान घाट में हम सब को एक न एक दिन अवश्य जाना है उस श्मशान घाट में जाने के रास्ते का ही प्रोविजन सरकार द्वारा नहीं बनाया गया। इन्होंने सरकार से मांग की कि यहां जल्द से जल्द रास्ता बनवाया जाए।

No comments yet...

Leave your comment

64612

Character Limit 400