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09 May
In: India
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09 May 2020

परदेसी हैं तो क्या हुआ हैं तो हमारे भाई प्रशासन प्रवासियों पर न करे लाठी चार्ज

परदेसी हैं तो क्या हुआ हैं तो हमारे भाई
प्रशासन प्रवासियों पर न करे लाठी चार्ज
ले इनकी सुध और खुद करवाये इनके आनलाइन अप्लाई
अग्रवाल समाज के प्रधान राजकुमार गोयल ने की मांग

जींद, 04 May 2020: अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने प्रशासन से मांग की है कि दर-दर भटक रहे प्रवासियों की सुध ली जाए, न की इन पर लाठी चार्ज किया जाए।
गोयल का कहना है कि यह प्रवासी पिछले कई दिनों से अपने अपने प्रदेश जाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। जब ये प्रवासी प्रशासन द्वारा दिए गए नंबरों पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए फोन करते हैं तो उन्हें एक ही रटा रटाया जवाब मिलता है की आप आनलाइन अप्लाई कराओ। अब सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि ये परदेसी आनलाइन अप्लाई कैसे करें। न तो यह प्रवासी इतने पढ़े लिखे हैं और न ही इनके पास किसी भी प्रकार की कोई कंप्यूटर और लैपटाप की व्यवस्था। न ही बाजारों में सम्बंधित दुकाने खुली हुई। ऐसे में जब यह प्रवासी अपनी बात कहने के लिए जीन्द प्रशासन के दरवाजे पर जाते हैं तो उन्हें पुलिस की लाठियों का शिकार होना पड़ता है।
गोयल की मांग है कि इन्हें यूं दर दर न भटकाया जाए। इन पर लाठीचार्ज न किया जाए और इनकी सुध ली जाए। ये परदेशी हैं तो क्या हुआ हैं तो हमारे ही भाई। गोयल का कहना है कि प्रशासन ने जो फोन नंबर दिए हुए हैं उन नम्बरों का भी कोई फायदा नही। ये नंबर प्रशासन ने दिए तो इसलिए थे कि इन नम्बरों पर फोन करके प्रवासी अपना रजिट्रेशन करवा सकते हैं लेकिन इन नम्बरों पर जब भी फोन किया जाता है तो एक ही जवाब मिलता है कि आप आनलाइन अप्लाई करें।
गोयल की साथ ही मांग है कि प्रशासन खुद इनके आनलाइन अप्लाई करें जिसके लिए ई दिशा केंद्र में व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि जितने भी परदेसी विभिन्न राज्यों से आकर जींद में फंसे हुए हैं वे अपना अपना आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकें। गोयल का साथ ही यह भी कहना है कि यदि प्रशासन के पास आनलाइन अप्लाई करवाने की कोई व्यवस्था नहीं है तो खुद उनकी संस्था इन सभी प्रवासियों के आनलाइन अप्लाई करवाने के लिए तैयार है बशर्ते की जींद प्रशासन उनकी संस्था को आनलाइन अप्लाई करने की इजाजत दे। यदि प्रशासन उन्हें आनलाइन करवाने की इजाजत देता है निशुल्क सभी प्रवासियों के आनलाइन अप्लाई करवाने के लिए तैयार हैं।

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