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घर पर आई इकलौते बेटे की लाश
नववर्ष पर घर पर आई इकलौते बेटे की लाश
मां बाप को होश नहीें, बहन का रो रो कर बुरा हाल
जींद : रोहतक रोड़ पर सड़क हादसे में मारा गया 22 साल का अंकित बंसल अपने मां बाप का इकलौता बेटा था। अम्बाला के एमएमयू कालेज से बी फार्मेसी कर रहा था। नया साल मनाने के लिए दो दिन पहले ही घर पर आया था लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। नये साल की पूर्व संध्या पर रोहतक रोड़ पर उसके घर से कुछ दूरी पर एक सड़क दुर्घटना में अंकित बंसल की मौत हो गई साथ ही इस हादसे में उसका मामा भी चल बसा।
अंकित बंसल कल सायं अपने घर से स्कूटी पर सवार हो कुछ काम के लिये बाजार की तरफ गया था। उसका मामा भी उसके साथ बैठा था। बाजार से काम फारिक करके जब अंकित अपने मामा के साथ घर की तरफ वापिस आ रहा था तो रास्ते में रोहतक रोड़ पर बालाजी अस्पताल के पास रोड़ टूटा होने की वजह से स्कूटी अनियंत्रित हो गई और सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। मामा भान्जा स्कूटी सहित दूर जा गिरे। आसपास के राहगिरो ने इन्हें तुरंत सामान्य अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने मामा भान्जा को मृत घोषित कर दिया। 32 साल का मामा विपिन गोयल पानीपत में रहता था। नये साल पर अपनी बहन से मिलने के लिये कल ही घर पर आया था। किस्मत ने कुछ ऐसा फेर फेरा की अंकित अपने मामा को भी स्कूटी पर बिठाकर बाजार ले गया और जहां दोनों सड़क दुर्घटना में मौत को प्यारा हो गये। दोनों शवों का आज नये साल पर जीन्द के सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। जहां से मामा के शव को परिजनों द्वारा पानीपत ले जाया गया तो वही दूसरी ओर अंकित बंसल का शव आज देर सुबह सैनी धर्मशाला रोहतक रोड़ के पास स्थित उनके निवास पर लाया गया।
कल बेटा पांच मिनट की कहकर घर से निकला था और आज नये साल पर बेटे की लाश घर पर पहुंची। घर में कोहराम मच गया। अंकित बंसल अपने मां बाप का इकलौता बेटा था। पिता चंद्रभान बंसल और माता सुदेश बंसल इस हादसे से अपने आप को संभाल नहीं पा रहे हैं वहीं छोटी बहन नीति बंसल का रो रो कर बुरा हाल है। इन्हे तो अभी तक यही विश्वास नहीं हो रहा कि उनका चिराग इस दुनिया में नहीं रहा। पिता चंद्रभान बंसल एक हाथ से अपाहिज हैं और एलआईसी बीमों का काम करते है। चंद्रभान बंसल एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और युवा मित्र मंडल, भारत विकास परिषद जयन्ती शाखा जैसी अनेकों संस्थाओं से लम्बे समय से जुडे हैं। आज दोपहर हांसी रोड़ स्थित मोक्षधाम में अंकित बंसल के शव का अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सैकड़ों प्रतिनिधि शामिल हुए।
सड़क बनी मौत का कारण
इस हादसे पर अखिल भारतीय अग्रवाल समाज, फर्नीचर एसोसिएशन, युवा मित्र मण्डल, भारत विकास परिषद जयन्ती शाखा इत्यादि विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने रोष जताते हुए जींद प्रशासन को इस मौत के लिये जिम्मेवार ठहराया है। युवा मित्र मण्डल के प्रधान पवन सिंगला, फर्नीचर एसोसिएशन जीन्द के प्रधान राकेश सिंघल और अग्रवाल समाज के सावर गर्ग और पवन बंसल का कहना है कि रोहतक रोड़ बुरी तरह से टूटा हुआ है। जगह जगह बड़े बड़े गढ्ढे बने हुये हैं। कई बार जींद प्रशासन को इस सड़क को नये सिरे से बनाने की मांग की जा चुकी है लेकिन जींद प्रशासन पर जूं तक नहीं रेंगी। अंकित बंसल की स्कूटी जहां अनियत्रित हुई वहां रोड़ बुरी तरह से टूटा हुआ था। अगर प्रशासन समय रहते इस रोड़ को ठीक करवा देता तो अंकित बंसल और उसके मामा की जान जाने से बच सकती थी।